Sunday, March 1, 2015

हम से ज़माना...ज़माने से हम नहीं...

बलात्कार, छेड़खानी, छू भर लेने की तमन्ना, पीछा करना, फ़ोन पर अश्लील मैसेज करना/कॉल करना, तेजाब फेंकना यानी किसी भी रूप में महिलाओं/लड़कियों को तंग करने के बाद यदि कोई मर्द नुमा व्यक्ति ये समझे कि 'अब वो लड़की चुप रह कर सब भूल जाएगी या अपनी इज्ज़त और बदनामी की दुहाई दे कर समाज से खुद को अलग कर लेगी' तो ये उस मर्द नुमा व्यक्ति की सड़ेली सोच है...

किसी भी प्रकार के शारीरिक, मानसिक रूप से उत्पीड़ित महिला/लड़की अपनी आप बीती के बाद यदि यह सोचे कि उसका जीवन बर्बाद हो गया, कोई उसे अपनाएगा नहीं, वो किसी को मुंह दिखाने के काबिल नही रही, उससे अपराध हो गया है, उसे परिवार और समाज ताने देगा, उसे पल पल ये एहसास दिलाया जायेगा की वो अपवित्र है, वो बेचारी है और इसलिए उसे अपनी आप बीती को निगल जाना चाहिये, घर में बंद हो जाना चाहिये, समाज से अलग हो जाना चाहिये और इन सब परिस्थति से बचने के लिए उसे आत्महत्या कर लेनी चाहिये....तो ये सिर्फ और सिर्फ उस महिला/लड़की की गलतफहमी है.....कई ऐसे उदहारण मौजूद है जिनमें पीड़ित महिलाओं ने साहस दिखाया और अपने इरादों को मजबूत कर आज बेहतर जीवन जी रही हैं.

आपका मान-सम्मान आपसे कोई भी नही छीन सकता...न कोई मर्द, न मर्दों का झुंड ..और न मर्दों का ये समाज.. मान-सम्मान ये शरीर नहीं आपके इरादें हैं जिन्हें कोई नहीं छीन सकता, कोई नहीं तोड़ सकता. ''अगर सुअर छू ले तो नहाना पड़ता है'' ये इसी समाज से सुना...जिसका मतलब देर से समझ आया की गन्दगी यदि तन से छु जाए तो उसे साफ़ पानी से धो लो....और फिर पहले जैसे हो जाओ. एक सुअर के छू देने से कोई भी अपवित्र नहीं होता, किसी का मान नहीं जाता, किसी की ज़िन्दगी बर्बाद नहीं होती, किसी को ताने नहीं सुनने पड़ते, कोई बेचारा नहीं हो जाता और न ही कोई बेबस हो कर आत्महत्या करता है.
आपका मन, आपकी सोच, आपके सपने और आपके होंसले जब तक बुलंद है, जिन्दा हैं तब तक कोई भी...कोई भी आपके मान- सम्मान, आपकी इज्ज़त का बाल भी बांका नहीं कर सकता...किसी अंग के भंग हो जाने से आपकी ज़िन्दगी खत्म नहीं हो सकती...ज़िन्दगी सिर्फ शरीर नही. ये उस सुअर का दोष है. उसकी प्रवत्ति का, उसके पालन-पोषण का दोष है.

मेरी छुपी, अंधेरों में दुबकी, चुप्पी ओढ़ी, जीवन को कोसती, तानों को सहती, आत्महत्या का विचार लिए जीती सहेलियों ...सुनों ..आपको तब तक कोई नहीं गिरा सकता जब तक आप अपनी नजरों में न गिर जाएं. अपने लिए लड़ों, जियो और इन सूअरों को समाज से निकाल फेंकने का प्रयास करो.

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